जीवन क्या है ?
जीवन एक गहन और रहस्यमय यात्रा है, जिसका अर्थ हर व्यक्ति अपने अनुभवों और दृष्टिकोण से तलाशता है। कुछ के लिए, जीवन **कर्म और उद्देश्य** की खोज है, जैसा कि गीता में कहा गया: *"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन"* (तुम्हारा अधिकार केवल कर्म पर है, फल पर नहीं)। वहीं, विज्ञान इसे **जैविक प्रक्रियाओं का एक संगठित रूप** मानता है, जहाँ DNA से लेकर चेतना तक की यात्रा होती है।
कुछ प्रमुख दृष्टिकोण:
1. **आध्यात्मिक दृष्टि**: जीवन मोक्ष, धर्म या ईश्वर की खोज है।
2. **दार्शनिक दृष्टि**: अस्तित्व का प्रश्न, जैसे—"मैं क्यों हूँ?"
3. **वैज्ञानिक दृष्टि**: जीवन ऊर्जा, कोशिकाओं और विकास का चमत्कार है।
4. **काव्यमय दृष्टि**: रहीम के दोहे की तरह—*"जीवन चंद घड़ियों का खेल, आये हैं तो खेल के जाएँ।"*
अंततः, जीवन का उत्तर हर किसी के लिए अलग हो सकता है। शायद यही इसका सुंदर रहस्य है! 🌿
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