ॐ क्या है?

 **ॐ (ओम)** हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म में एक पवित्र ध्वनि और आध्यात्मिक प्रतीक है। इसे **"प्रणव मंत्र"** भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है "सबसे पवित्र मंत्र" या "ब्रह्मांड की मूल ध्वनि"।


 **ॐ का महत्व:**

1. **ब्रह्मांड की ध्वनि:** मान्यता है कि ॐ से ही सृष्टि की उत्पत्ति हुई है और यह समस्त ब्रह्मांड में व्याप्त है।

2. **त्रिदेव का प्रतीक:**  

   - **अ (A)** – ब्रह्मा (सृजन)  

   - **उ (U)** – विष्णु (पालन)  

   - **म (M)** – शिव (संहार)  

   - **अनुस्वार (ॐ का ऊर्ध्व बिंदु)** – परब्रह्म (परम सत्य)  

3. **योग और ध्यान:** ॐ का जप मन को शांत करता है और आत्मज्ञान की ओर ले जाता है।

4. **वैज्ञानिक दृष्टिकोण:** कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि ॐ का उच्चारण शरीर और मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

 **ॐ का उच्चारण:**

इसे गहरी साँस लेकर **"ओ-उ-म्म"** की ध्वनि में बोला जाता है, जिससे शरीर में सकारात्मक कंपन पैदा होते हैं।


ॐ न केवल एक मंत्र है, बल्कि यह **समस्त चेतना का प्रतीक** है, जो मनुष्य को आध्यात्मिक ऊर्जा से जोड़ता है। 🌿🙏

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